इजरायल ने एहतियात के तौर पर लगाए प्रतिबंध हटाए

इजरायल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने सोमवार तड़के कहा कि ईरान के शनिवार रात के हमले से पहले एहतियात के तौर पर लगाए गए सभी प्रतिबंध हटा दिए गए हैं. समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमले से पहले इजरायल ने शनिवार को सभी शैक्षणिक गतिविधियों और बड़े आउटडोर समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया था.

आईडीएफ ने एक बयान में कहा कि स्थिति के आकलन के बाद रविवार मध्यरात्रि से इन प्रतिबंधों को हटाने का फैसला किया गया.

बयान में कहा गया है, “अब पूरे इज़रायल में शैक्षिक गतिविधियों को बहाल कर दिया गया है और सभाओं पर से भी प्रतिबंध हटा दिया गया है.”

इज़रायल पर ईरान के हमले को रोकने में अमेरिका ने कैसे की मदद:

ईरान (Iran) द्वारा इजरायल (Israel) पर कई ड्रोन और मिसाइलों से शनिवार देर रात हमला किया गया था. इस हमले से निपटने में अमेरिका ने इजरायल की मदद की थी. दरअसल, 1 अप्रैल को दमिश्क में ईरान के वाणिज्य दूतावास पर हमला किया था, जिसमें दो जनरलों सहित सात रिवोल्यूशनरी गार्ड मारे गए थे. इसके बाद तेहरान ने चेतावनी दी थी कि वह इसका जवाब देगा. इसके बाद शनिवार देर रात ईरान ने इजरायल पर सैकड़ों ड्रोन और मिसाइलों से हमला किया था.

इस दौरान अमेरिकी विमानों और एयरक्राफ्ट ने दर्जनों ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया था. वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों ने हमले का मुकाबला करने में वॉशिंगटन द्वारा सैन्य और कूटनीतिक रूप से निभाई गई भूमिका के बारे में विस्तार से बताया है.

ईरान ने शनिवार को किया था हमला

एक वरिष्ठ अमेरिकी सैन्य अधिकारी ने कहा कि ईरान ने इज़रायल पर 100 से अधिक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलों, 30 से अधिक भूमि-हमला क्रूज मिसाइलों और 150 से अधिक हमलावर ड्रोनों से हमला किया था. सैन्य अधिकारी ने कहा कि दो अमेरिकी युद्धपोत – यूएसएस अर्ले बर्क और यूएसएस कार्नी ने चार से छह बैलिस्टिक मिसाइलों से नष्ट कर दिया, जबकि अमेरिकी विमानों ने 70 से अधिक ईरानी ड्रोनों को मार गिराया.