मध्यप्रदेश के कई जिलों में जारी बारिश अब मुसीबत का सबब बन गई है। बड़वानी और इंदौर जिले में लगातार बारिश से बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए विद्यार्थियों की छुट्टी कर दी है।
मध्यप्रदेश के कई जिले लगातार बारिश से बेहाल हो गए हैं। पानी न रुकने से लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। खंडवा में हो रही बारिश को देखते हुए जिले के इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोल दिए गए हैं। नर्मदा नदी में करीब 30 हजार क्युमेक्स पानी छोड़ा जा रहा है। इससे ओंकारेश्वर के सभी घाट डूब गए है। वहीं, मोरटक्का में इंदौर- इच्छापुर राजमार्ग नर्मदा के पुल की निचली सतह को पानी छोड़ने से वाहनों की आवाजाही बन्द कर दी है।
इस मानसून सत्र में पहली बार इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट खोले गए हैं, इससे नर्मदा में उफान आ गया है। दो दिनों से नर्मदा घाटी के ऊपरी क्षेत्रों में हो रही बारिश और और बरगी तथा तवा बांध के शुक्रवार को 13 गेट खोलने से इंदिरा सागर बांध का जलस्तर अचानक बढ़ गया, इससे रात करीब 1:00 बजे इंदिरा सागर और ओंकारेश्वर बांध के गेट भी एनएसडीसी प्रशासन को खोलने पड़े। खरगोन जिले में सबसे ज्यादा बारिश महेश्वर तहसील में हुई है यहां पिछले 12 घंटे में 258 मिमी वर्षा हुई है।
मध्यप्रदेश में भारी बारिश ने बीते कई वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। प्रदेश के कई नदी नाले उफान पर हैं। भारी बारिश के चलते लोग अपने घरों में कैद होने को मजबूर हैं। धार जिले में भारी बारिश के चलते जिले का खरगोन से संपर्क टूट गया है। खरगोन के ग्राम दहिवर में जोड़ने वाले कारम नदी के पुल पर करीब चार फीट ऊपर से पानी बह रहा है। रास्ता बंद होने के चलते पुल के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गई हैं।