वैदिक ज्योतिष में कई प्रकार के राजयोग कहे गए हैं और उन्ही में से एक है ‘नवपंचम राजयोग’, दरअसल जब 2 ग्रह एक दूसरे से त्रिकोण भाव में स्थित हो तो इस राजयोग का निर्माण होता है। गोचर में भी अगर ऐसा है तो उसके जातक को शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं। इस समय मंगल ग्रह मिथुन राशि में प्रवेश कर चुके है और शनि कुम्भ में उदय होकर गोचर कर रहे हैं। इस समय शनि से मंगल पंचम और मंगल से शनि नवम भाव में विराजमान हैं। ऐसे में इसे एक राजयोग की संज्ञा दी जाएगी। इस ‘नवपंचम राजयोग’ से 3 राशि के जातकों को बढ़िया मुनाफा प्राप्त होगा और उनकी किस्मत भी उनका पूरा साथ देगी। आइए जानते हैं कि वो 3 राशियां कौन सी है।
मेष राशि – इस राशि के जातकों के लिए मंगल तीसरे और शनि एकादश भाव में गोचर कर रहे हैं। दोनों ही ग्रह अपने अपने अनुकूल भाव में विराजमान है तो जाहिर सी बात है आपके लिए यह राजयोग सबसे अधिक प्रभावी होगा। इस राजयोग के प्रभाव से आपके साहस में वृद्धि, भाइयों से लाभ और कारोबार में फायदा जैसी चीज़ें दिखाई दे रही है। इस समय आपको यात्राओं से लाभ होगा। जो जातक तकनीकी फील्ड से जुड़े हैं उन जातकों को इस समय प्रसिद्धि के योग दिखाई दे रहे हैं।
कन्या राशि – इस राशि के जातकों के लिए शनि छठे वहीं मंगल दशम भाव में विराजमान हैं। शनि छठे में और मंगल दशम भाव में बेहद ताकतवर हो जाते हैं। इस राजयोग के प्रभाव से आपको कार्य स्थल पर प्रमोशन मिल सकता है वहीं कोई बड़ी जिम्मेदारी भी आपको दी जा सकती है। आपके लिए मंगल शनि का राजयोग आपके सभी शत्रुओं को खत्म करने का काम करने वाला है। इस समय आपको कहीं से बड़ी नौकरी का ऑफर आ सकता है। काफी समय से अगर कोई संपत्ति लेना चाह रहे थे तो वो सपना अब पूरा होगा।
कुंभ राशि – इस राशि के जातकों के लिए शनि लग्न में वही मंगल पंचम भाव में विराजमान हैं। इस राजयोग के प्रभाव से समाज में आपकी प्रतिष्ठा बढ़ने वाली है। इस समय आपको अपने कारोबार के विस्तार के मौके मिल सकते हैं। अगर आप मशीन के काम से जुड़े हैं तो शनि आपको इस समय फायदा देंगे। मंगल के प्रभाव से इस समय बड़े भाई और मित्रों की मदद प्राप्त होगी। मंगल शनि का यह नवपंचम राजयोग आपके जीवन में धन की वृद्धि करने वाला होगा। जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे है उनके लिए भी समय अनुकूल है।